Gold Rate Today: सोने के दाम में भरी गिरावट, चेक करें 22K और 24K गोल्ड का लेटेस्ट कीमत भारत में आज का सोने का भाव

सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट

सराफा बाजार में सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिल रही है। मंगलवार को सोने की कीमतें करीब दो हफ्ते के निचले स्तर पर आ गईं। इसकी वजह यह रही कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम पर सहमति बन गई है। इसके चलते सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की मांग में कमी आई। सराफा बाजार में सोने का भाव आज कितना है, ये आप यहां चेक कर सकते हैं।

सोने का आज का भाव
चांदी का भाव आज
सोने का भाव आज का 2025
सोना चांदी आज का भाव 22 Carat
24ct सोने का भाव आज
18 कैरेट सोने का भाव | Today
चांदी का भाव आज up
सोना-चांदी आज का भाव 2025

10 ग्राम सोने का भाव

सराफा बाजार में 24 कैरेट प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 820 रुपये गिरकर 1,00,020 रुपये पर आ गई है। एक दिन पहले यानी सोमवार को 1,00,840 रुपये पर थी। इसके अलावा 24 कैरेट प्रति 100 ग्राम गोल्ड रेट 8,200 रुपये की गिरावट के साथ 10,00,200 रुपये पर आ गई है। एक दिन पहले 10,08,400 रुपये पर था।

22 कैरेट सोने का रेट

22 कैरेट प्रति 10 ग्राम गोल्ड रेट 750 रुपये गिरकर 91,700 पर आ गया है। सराफा बाजार में 22 कैरेट प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत कल 92,450 रुपये पर थी। वहीं, 100 ग्राम गोल्ड रेट 7500 रुपये लुढ़कर 9,17,000 रुपये पर आ गया है। एक दिन पहले 9,24,500 रुपये पर आ गई थी।

सोने की कीमतों में गिरावट की वजह

निर्मल बांग की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली क्योंकि इज़रायल ने ईरान पर हमले तेज कर दिए, वहीं ईरान ने भी अमेरिका के परमाणु ठिकानों पर हमले का बदला लेने की बात कही। सोना सोमवार को 0.8% तक बढ़कर करीब 3,400 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। यह तेजी तब आई जब इज़रायल ने ईरान के भीतर और ठिकानों पर हमला किया और ईरान ने कहा कि वह अमेरिका के हमलों का “तरीके से और सख्ती से” जवाब देगा। इसके अलावा, ईरान ने भी इज़रायल पर कई मिसाइलें दागीं, जिससे साफ है कि दोनों देशों के बीच तनाव जल्द खत्म होने के आसार नहीं हैं।

मिडिल ईस्ट में जारी इस तनाव ने सोने की कीमतों में इस साल लगभग 30% की तेजी ला दी है। हालांकि, यह भी चिंता बनी हुई है कि अगर इस तनाव के चलते तेल-गैस जैसी जरूरी चीजों की कीमतें लगातार बढ़ती हैं, तो महंगाई और बढ़ सकती है। इससे अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के लिए ब्याज दरों में कटौती करना मुश्किल हो जाएगा, जो सोने के लिए नेगेटिव संकेत हो सकता है, क्योंकि सोना ब्याज नहीं देता।